हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हमास ने एक बयान में कहा कि वह किसी भी ऐसी योजना या प्रस्ताव का स्वागत करता है जो स्थायी युद्धविराम, गाज़ा पट्टी से कब्जाधारियों की पूरी वापसी, बिना किसी शर्त के मानवीय सहायता की प्रवेश और मध्यस्थों के साथ गंभीर बातचीत के माध्यम से बंधकों के वास्तविक आदान-प्रदान को संभव बनाए।
इसी बीच, गाज़ा में कैदी यहूदी बंधकों के परिवारों ने एक बयान जारी कर कहा कि नेतन्याहू जो कि इस्राएली कब्जाधारी सरकार के प्रधानमंत्री हैं, से आग्रह किया है कि वे युद्ध विराम स्वीकार करें और तुरंत बातचीत करके गाज़ा युद्ध समाप्त करें तथा बंदियों को वापस लाएं।
फिलिस्तीन सूचना केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, यहूदी बंधकों के परिवारों ने नेतन्याहू से तत्काल एक प्रतिनिधि दल भेजने का आग्रह किया है जो युद्ध समाप्त करने और बंधकों की वापसी के लिए बातचीत कर सके।
बयान में हमास द्वारा मध्यस्थों के प्रस्ताव को स्वीकार करने की बात का जिक्र करते हुए नेतन्याहू सरकार की ओर से इस प्रस्ताव पर ठोस जवाब न देने की आलोचना की गई है।
यहूदी बंधकों के परिवारों ने जोर दिया कि नेतन्याहू की सत्ता में बने रहने की चिंता, बंधकों की वापसी और जीवन रक्षा से ऊपर नहीं होनी चाहिए।
अंत में, परिवारों ने इस्राएली कैबिनेट से अपील की है कि वे हमास द्वारा स्वीकृत उस समझौते को स्वीकार करें और तुरंत बातचीत शुरू करें।
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